
चकिया: नगर पंचायत है कि नरक पंचायत
चकिया: अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत को चरितार्थ करता चकिया नगर पंचायत का सफाई अभियान। जब चकिया नगर पंचायत के सभी वार्डों में जलजमाव के कारण जनता त्रस्त हो गई तब जाकर नींद से जागे चकिया नगर पंचायत के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि।
जलजमाव से निजात पाने के लिए चकिया नगर पंचायत आनन-फानन में आज यह कार्य कर रही है जो पूर्व में ही करना चाहिए था। नगर पंचायत में अरबों रुपए सफाई एवं विकास में खर्च हुए हैं लेकिन पैसा कहां खर्च हुआ यह नजर नहीं आ रहा है। ना कोई मॉडल तैयार हुआ और ना ही सही जगह पर रुपए खर्च हुए। पैसा का बंदरबांट नहीं हुआ रहता तो आज चकिया की सूरत कुछ और होती।
बिहार सरकार के नगर विकास से जितनी भी राशि आई वह कहां खर्च हुई, इसका कोई मॉडल तैयार नहीं हुआ जो आज हर वार्ड में देखने को मिल रहा है। यह बरसात चकिया नगर पंचायत के विकास की पोल खोल रही है।
चकिया नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों और मोहल्लों में जलजमाव को लेकर चकिया अनुमंडल पदाधिकारी ब्रजेश कुमार के नेतृत्व में चकिया अवर अनुमण्डलाधिकारी सह नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी राधेश्याम मिश्रा के उपस्थिति में सफाई अभियान चलाया गया। जिसमें चकिया नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों में सड़क और सड़क किनारे लगे हुए जलजमाव की निकासी के लिए जेसीबी से पुल पुलिया और नालों की सफाई की गई है जिससे जलजमाव ना हो और आम जनता को हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
जिलाधिकारी के निर्देश पर आने वाले बाढ़ को देखते हुए युद्ध स्तर पर नगर पंचायत यह कार्य कर रही है। चकिया अपर अनुमंडलाधिकारी सह नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी राधेश्याम मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जलजमाव व आने वाले संभावित बाढ़ को देखते हुए चकिया नगर पंचायत की आम जनता को परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसको लेकर नगर पंचायत के सारे पुल पुलिया की सफाई की जा रही है। मौके पर चकिया इंस्पेक्टर सह थानाअध्यक्ष निर्मल कुमार, समाजसेवी ओम प्रकाश गुप्ता, समाजसेवी अभिषेक राज सोनू मौजूद थे।
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