
नवनिर्मित बाराघाट पुल का एप्रोच पथ नदी में समाया, कई जिलों से कटा संपर्क
चकिया (Chakia): मोतिहारी में बाढ़ व नदियों का तांडव जारी है। एक ओर जहां जिले में कई पुल, पुलिया व बांध प्रसाशनिक लापरवाही व राजनीतिक उदासीनता के कारण काल के गाल में समा रहे हैं, वहीं अब नवनिर्मित बारा घाट पुल का संपर्क पथ पानी के दबाव में पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है, जिससे लाखो की आबादी प्रभावित हो रही है।
स्टेट हाईवे पर बना ये पुल जिले को शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबन, फेनहारा व नेपाल सहित मुजफ्फरपुर को जोड़ता है। पुल के अप्रोच पथ के नदी में समाहित होने से जहां बड़ी गाड़ियों का परिचालन पहले से ही बन्द था, अब छोटी गाड़ियों के भी परिचालन पर प्रशासन ने रोक लगा दी है, जिससे लोगों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।
लोगो को अब अपने गंतब्य तक पहुचने के लिए 20 से 25 किलोमीटर तक की अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ रही है, जिससे आम लोगो में काफी आक्रोश देखा जा रहा है ।
वहीं इस पुल के संपर्क पथ के ध्वस्त होने से प्रशासन की कलई भी खुल गयी है। लाखों-करोड़ों रूपये जो बाढ़ राहत व मरम्मती के नाम पर कागजी खानापूर्ति की भी इसने कलई खोल दी है। लोग इस आपदा काल में त्राहिमाम कर रहे हैं व आपदा विभाग लोगों के खून पसीने के पैसों के बन्दरबाँट करने में लगा है।
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