
चिरैया एंव घोड़ासहन के पूर्व विधायक श्री लक्ष्मी नारायण यादव हमलावर
Motihari (मोतिहारी): भारत छोड़ो आंदोलन के वर्षगांठ के अवसर पर राजद के वरिष्ठ नेता चिरैया के पूर्व विधायक श्री लक्ष्मी नारायण यादव ने प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर करारा राजनीतिक हमला बोला ।
दरअसल सुशील मोदी बार-बार सवालो के माध्यम से राष्ट्रीय जनतादल (राजद) पर हमलावर रहते है मगर इस दफे राजद के वरिष्ठ नेता चिरैया के पूर्व विधायक श्री लक्ष्मी नारायण यादव ने कड़े प्रश्न पूछ कर सुशील मोदी को भी सम्भवत हतप्रभ कर दिया है।
पूर्व विधायक श्री लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा कि जब महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन और करो या मरो का आह्वान किया तब आरएसएस के तत्कालीन शीर्ष नेतागण ब्रिटिश हुकूमत की मुखाबिरी मे व्यास्त थे यहां तक की उन्होंने इस ऐतिहासिक आन्दोलन का विरोध एवम बहिष्कार तक किया था।
इस आन्दोलन से ब्रिटिश सरकार इतनी भयभीत हो गयी थी कि उसने पूरे देश मे गांधी सहित देश कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाले सभी लोगो को जेल में डाल दिया गया था लेकिन जब ये सभी महापुरुष जेल में कैद थे और जनता सड़को पर संघर्ष कर रही थी तो संधी नेता श्याम प्रसाद मुखर्जी बंगाल के जालिम अंग्रेज गवर्नर को पत्र लिखने मे व्यास्त थे
वे इन पत्रो के माध्यम से उन्हे भारत की जनता की आवाज को दमन करने के तरीके सुझाए जिनसे बंगाल में भारत छोड़ो आंदोलन को पूरे तौर पर दबाया जा सकता था ।
लक्ष्मी नारायण यादव ने सुशील मोदी और बिहार भाजपा नेताओ से सवाल पूछा कि वे बताए कि जब पूरा देश सड़को पर था तो संध के नेता सावरकर अंग्रेज के साथ क्यो थे और अंग्रेजो के साथ मधुर संबंध की वकालत क्यों कर रहे थे?
गोलवलकर ने इस अंदोलन मे कुछ भी न करने का संकल्प क्यों लिया था?
लक्ष्मी नारायण यादव ने आगे कहा कि आरएसएस का पूरा इतिहास ही गद्दारी और देश बंटने से भरा पड़ा है। मै सुशील मोदी को चुनौती देता हू कि मेरे द्वारा साझा किए गए ऐतिहासिक तथ्यो को गलत साबित कर दिखए।
न्यूज डेस्क
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