
सास, ससुर और दो सालियों की हत्या कर दामाद ने घर मे दफनाए शव, इस गलती से पकड़ा गया
उत्तराखंड (Uttrakhand): उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले में हत्याकांड की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिस सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल, यहां तेरह बीघा जमीन और मकान के लालच में एक दामाद ने डेढ़ साल के अंदर सास, ससुर और दो सालियों की हत्या कर उनके शव घर में ही गाड़ दिए। इस वारदात को उसने किराएदार साथी की मदद से अंजाम दिया था। करीब डेढ़ साल बाद जब दामाद ने संपत्ति अपने नाम करने की मंशा से मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने की कोशिश की तो इस पूरे मामले का खुलसा हो हुआ।
इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए आईजी अजय रौतेला ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मूल रूप से पैगानगरी तहसील मीरगंज थाना (बरेली) निवासी 65 वर्षीय हीरालाल वर्ष 2006 में परिवार के साथ राजा कॉलोनी ट्रांजिट कैंप में अपनी पत्नी हेमवती, बेटी लीलावती, दुर्गा और पार्वती के साथ बस गए थे।उ
नके पास गांव में 18 बीघा जमीन और मकान था। गांव छोड़ने से पहले उन्होंने पांच बीघा जमीन बेच दी थी और इससे मिले रुपए से यहां मकान बनाया था।
हीरालाल की बड़ी बेटी लीलावती की शादी नरेंद्र के साथ 2008 में हुई थी। बताया जा रहा है कि दामाद नरेंद्र की अपने ससुर हीरालाल की प्रॉपर्टी पर नजर थी और वह ससुर की सारी प्रॉपर्टी अपने नाम करवाना चाहता था। जब ससुर ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया तो उसने किराएदार के साथ मिलकर पिछले साल अप्रैल 2019 में सास, ससुर और दोनों सालियों की हत्या करके उनके शवों को घर में ही गड्ढा खोदकर दफन कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरेंद्र गंगवार 25 अगस्त को ग्राम पैगानगरी गया और बटाईदार कुंवर सेन से बटाई के रुपए देने को कहा था। कुंवर ने जब हीरालाल के बारे में जानकारी ली तो नरेंद्र ने लॉकडाउन में उनकी मौत होने और सास, दो सालियों के कहीं चले जाने की बात कही। साथ ही नरेंद्र ने मीरगंज तहसील से हीरालाल का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने की कोशिश भी की। शक होने पर कुंवर सेन ने इसकी जानकारी हीरालाल के रिश्तेदार दुर्गा प्रसाद को दी। जिसके बाद दुर्गाप्रसाद ने राजा कॉलोनी पहुंचकर पूछताछ की। जब उन्हें कुछ समझ नहीं आया तो उन्होंने 27 अगस्त को पुलिस स्टेशन पहुंचकर इस बात की जानकारी दी।
जानकारी मिलते ही पुलिस ने नरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने 20 अप्रैल 2019 के सारे राज खोल दिए। आरोपी ने जब अपने गुनाहों की दास्तान बताई तो पुलिस अधिकारी भी हक्के बक्के रह गए। नरेंद्र ने अपने किराएदार विजय गंगवार निवासी ग्राम दमखोदा थाना देवरनिया जिला बरेली के साथ मिलकर सास, ससुर और दो सालियों की हत्या करने की बात कबूली। इसके बाद मकान के आंगन की खुदाई की गई तो हीरालाल, हेमवती (55), दुर्गा (26) और पार्वती (20) के नर कंकाल बरामद हुए हैं। फिलहाल आरोपी पुलिस की हिरासत में है। वहीं, रुद्रपुर के सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि दुर्गाप्रसाद ने नरेंद्र, विजय और लीलावती के खिलाफ तहरीर दी है और केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
आईजी ने बताया कि पूछताछ में नरेंद्र ने बताया कि 20 अप्रैल 2019 की सुबह साढ़े पांच बजे उसकी सास हेमवती और साली पार्वती दूध लेने गए थे। मकान का दरवाजा खुला होने पर वह अपने साथी विजय के साथ घर में घुसा। इसके बाद उसने पहले दुर्गा और फिर हीरालाल पर डंडे से वार कर हत्या कर दी थी। थोड़ी देर में हेमवती और पार्वती घर पर आए तो उसी डंडे से उनकी भी हत्या कर दी। इसके बाद शवों को कमरे में छोड़कर बाहर से ताला लगा दिया था। 21 अप्रैल की सुबह पड़ोसियों को ससुरालियों की ओर से मकान बेचे जाने और मरम्मत करने की बात कहकर आंगन में खुदाई की थी। इसके बाद शवों को खोदे गए गड्ढे में डालकर ऊपर से सीमेंटेड फर्श डलवा दिया था।
न्यूज़ डेस्क
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