
प्रतिभा सुविधा की मोहताज नहीं होती, चाय बेचने वाले के बेटे ने बढ़ाया क्षेत्र का मान-सम्मान
चकिया (Chakia): प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। प्रतिभा कब क्षितिज पर पहुंचकर अपना परचम लहरा दे, यह उसकी सफलता के बाद ही पता चलता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है चकिया अनुमंडल स्थित मंकेश्वर प्रसाद के पुत्र अमन आनंद का चयन बिहार पॉलिटेक्निक में हुआ है। मंकेश्वर, 'चकिया सुभाष चौक' पर चाय की दुकान लगाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
अपने कठिन परिश्रम और लगन के बल पर अमन ने बिहार पॉलिटेक्निक में लगभग 1लाख बच्चों में 57वां रैंक लाकर परिजनों व जनपद को गौरवान्वित किया है। उसकी इस सफलता का श्रेय मैथ के शिक्षक (मैथेमेटिक्स बाई बैभव सर) कोचिंग संस्थान, पावर हाउस चौक, चकिया को दिया है। शिक्षक वैभव श्रीवास्तव का कहना है लगभग बच्चों के अंदर प्रतिभाएं छिपी होती है, जो बच्चे लग्न से अपनी पढ़ाई को करते हैं, वह बच्चे आगे भविष्य में सफल जरूर होते हैं।
चकिया से अमितेश कुमार रवि की रिपोर्ट
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