
रोमांचक फाइनल में चैलाहा ने कोल्हुअरवा को 7 रनों से हराया
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चैलाहा की टीम ने निर्धारित 15 ओवरों के खेल में अपने सभी विकेट गंवाकर 166 रन बनाए। चैलाहा की तरफ से सबसे अधिक 45 रन छोटू ने बनाए, जबकि सूरज ने 25, सोबीत ने 22, आशीष ने 21 रनों के योगदान दिया। कोल्हुअरवा की तरफ से सबसे अधिक 4 विकेट सोनू ने झटके, जबकि विक्की ने 3, बाबुल ने 2 तथा सिद्धार्थ ने 1 सफलता हासिल की।
जवाब 167 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोल्हुअरवा की 15 ओवरों में 8 विकेटों के नुकसान पर 159 रन ही बना सकी। इस तरह से 7 रनों से मैच जीतकर चैलाहा ने विजेता ट्रॉफी अपने नाम की। कोल्हुअरवा की तरफ से सबसे अधिक सोनू ने 25 रनों का योगदान दिया। टीम की तरफ से अभिनव और रोहित ने 22-22 तथा हिमांशु ने 21 रनों की पारी खेली। चैलाहा की तरफ से सूरज ने 5 विकेट लिए, जबकि आशीष, सोबीत एवं छोटू ने 1-1 विकेट झटके।
मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार चैलाहा टाइम के छोटू को हरफनमौला प्रदर्शन के लिए दिया गया। मैन ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार सेमीफाइनल में पराजित होनेवाली तुरकौलिया टीम के खिलाड़ी चंदन को दिया गया। उपविजेता टीम को टॉफी के साथ 7500 रुपए तथा विजेता टीम को टॉफी के साथ 15000 रुपए नकद के पुरस्कार दिए गए।
मौके पर उपस्थित मुख्य अतिथि बिहार नवयुवक सेना के संस्थापक-अध्यक्ष तथा मोतिहारी लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी अनिकेत रंजन उर्फ अनिकेत पांडेय ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि खेल जीवन का एक अहम हिस्सा है। दौड़ता हुआ घोड़ा और चलता हुआ इंसान कभी बूढ़ा नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि स्व० जे०एन० ठाकुर एक महान समाजसेवी व्यक्ति थे। उन्होंने काफी कम उम्र में अपने सामाजिक कार्यों से लोगों के दिलों में जगह बना ली। वे असमय काल के गाल में समा गए, परन्तु वे आज भी हमारे दिलों में जिंदा हैं। उन्होंने साबित किया कि जीवन लम्बा नहीं बल्कि सार्थक होना चाहिए।
अंपायरिंग इम्तेयाज़ और विवेक ने की। स्कोरिंग का जिम्मा सोनू संभाल रहे थे, जबकि कमेंट्री रेडियो कमेंटेटर लिटिल गुरु और नादिम अनवर ने की।
मौके पर स्व० जे०एन० ठाकुर के बड़े भाई भाग्य नारायण ठाकुर, आलोक रंजन, आयोजक रोहित कुमार, उपेंद्र प्रसाद, डॉ० गोपाल कुमार सिंह इत्यादि उपस्थित थे।
न्यूज़ डेस्क
0 Response to "रोमांचक फाइनल में चैलाहा ने कोल्हुअरवा को 7 रनों से हराया"
Post a Comment